एक Portfolio निवेशों का एक संग्रह है, जिसके भीतर विभिन्न निवेश विकल्प होते हैं। एक अच्छी तरह से डायवर्सिफाइड पोर्टफोलियो में, स्टॉक, बॉन्ड, म्यूचुअल फंड, रियल एस्टेट, कमोडिटीज आदि का संयोजन निवेशकों को अपने जोखिम में विविधता लाने की अनुमति देता है।
एक Portfolio बनाने का उद्देश्य निवेशकों को उनके वित्तीय लक्ष्यों को हासिल करने और उनके जोखिम को कम करने में मदद करना है।
Portfolio प्रबंधन निवेशकों के लिए बहुत महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह उन्हें अपने निवेश के प्रदर्शन की निगरानी करने और इसका उपयोग करने की सुविधा देता है, इसलिए आज की श्रृंखला में, पोर्टफोलियो अर्थ हिंदी में, पोर्टफोलियो क्या है और इसे कैसे प्रबंधित करें? और कैसे पोर्टफोलियो मदद करते हैं।
छात्र? और पोर्टफोलियो बनाते समय छात्रों को किन बातों का ध्यान रखना चाहिए? इन सब बातों के बारे में अगर हम विस्तार से जानने वाले हैं तो चलिए शुरू करते हैं।
Portfolio क्या होता है
एक पोर्टफोलियो आपके सभी निवेश होल्डिंग्स, जैसे स्टॉक, म्यूचुअल फंड, बॉन्ड और अन्य निवेशों का एक संयोजन है। एक निवेशक के लिए एक अच्छा पोर्टफोलियो आवश्यक है क्योंकि यह निवेशकों को अपने निवेश प्रदर्शन को ट्रैक करने और अपनी निवेश नीतियों को संशोधित करने की अनुमति देता है।
Portfolio बनाना क्यों जरूरी है?
एक Portfolio बनाना बहुत महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह आपके वित्तीय स्वास्थ्य को ट्रैक करने का एक तरीका है। एक डायवर्सिफाइड पोर्टफोलियो आपको वित्तीय स्थिरता और दीर्घकालिक विकास हासिल करने में मदद करता है।
यदि आप अपनी बचत को किसी एक चीज़ में निवेश करते हैं, जैसे कि एक स्टॉक, तो आप अधिक जोखिम के संपर्क में आ सकते हैं। यदि वह स्टॉक अंडरपरफॉर्म करता है,
तो आपका सारा पैसा जोखिम में पड़ सकता है। लेकिन, एक डायवर्सिफाइड पोर्टफोलियो में, आप अपने जोखिम को कम कर सकते हैं, जिससे आपके निवेश की स्थिरता बढ़ जाती है।
पोर्टफोलियो में विभिन्न निवेशों जैसे स्टॉक, बॉन्ड और नकदी का विविधीकरण आपको बाजार के उतार-चढ़ाव के दौरान भी सुरक्षा प्रदान करता है। अगर एक निवेश प्रभावित होता है, तो पोर्टफोलियो में अन्य निवेशों के प्रदर्शन को संतुलित करने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है।
संक्षेप में, एक विविध Portfolio का निर्माण आपके निवेश को संतुलित करता है, जोखिम कम करता है और वित्तीय स्थिरता में मदद करता है।
Portfolio बनाने से पहले किन बातों का ध्यान रखना चाहिए
Portfolio बनाने से पहले कुछ जरूरी बातों का ध्यान रखना चाहिए, जैसे:
- वित्तीय लक्ष्य: अपने वित्तीय लक्ष्यों को परिभाषित करें और प्राथमिकता दें। आपको अपने निवेश को अपने लक्ष्यों के अनुसार डिजाइन करना चाहिए।
- जोखिम सहिष्णुता: आपकी जोखिम सहनशीलता को निर्धारित करता है। यह आपको निवेश के लिए आपके स्वीकार्य स्तर के जोखिम के बारे में बताता है और आपको अपने परिसंपत्ति आवंटन की योजना बनाने में मदद करता है।
- एसेट एलोकेशन: अपने निवेश को विभिन्न एसेट क्लास जैसे इक्विटी, बॉन्ड और कैश में फैलाएं। अपनी जोखिम सहनशीलता और वित्तीय लक्ष्यों के लिए विभिन्न परिसंपत्ति वर्गों के महत्व को तय करें।
- विविधीकरण: अपने पोर्टफोलियो में विविधता लाएं। यह आपको किसी विशेष स्टॉक या सेक्टर के जोखिम से बचाता है और आपके पोर्टफोलियो के समग्र जोखिम स्तर को कम करता है।
- नियमित निगरानी: नियमित रूप से अपने पोर्टफोलियो की निगरानी और अद्यतन करें, ताकि आपके निवेश आपके वित्तीय लक्ष्यों और जोखिम सहनशीलता के साथ अप-टू-डेट रहें।
- पेशेवर सलाह: अगर आपको निवेश के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है तो आप किसी पेशेवर वित्तीय सलाहकार से सलाह ले सकते हैं। वे आपके वित्तीय लक्ष्यों और जोखिम सहनशीलता के अनुसार आपका मार्गदर्शन करेंगे और आपके पोर्टफोलियो की निगरानी करेंगे।
Portfolio कैसे काम करता है?
- एक Portfolio निवेशक के निवेश लक्ष्यों और नीतियों को समझने में मदद करता है। इसमें विभिन्न प्रकार के निवेश शामिल हैं, जैसे शेयर, म्यूचुअल फंड, बॉन्ड इत्यादि।
- निवेशक पोर्टफोलियो में अपनी निवेश राशि निर्धारित कर सकते हैं और अपने प्रदर्शन को ट्रैक कर सकते हैं।
- पोर्टफोलियो का उद्देश्य निवेशक को अपने निवेश जोखिम को कम करने और विभिन्न निवेश विकल्पों के माध्यम से उच्च रिटर्न अर्जित करने में मदद करना है।
- एक Portfolio में विविध निवेश एक निवेशक के निवेश जोखिम को कम करता है क्योंकि निवेशक को एकल निवेश नुकसान के झटके से बचाया जा सकता है।
- अधिकांश Portfolio निवेशकों के पास एक दीर्घकालिक निवेश योजना होती है जिसमें निवेशक अपने निवेश लक्ष्यों तक पहुँचने के लिए अपने निवेश को लगातार समायोजित करते हैं।
Portfolio कैसे बनाएं?
Portfolio बनाने के लिए इन चरणों का पालन करें:
- निवेशक के लक्ष्य निर्धारित करें – सबसे पहले निवेशक को यह समझने की जरूरत है कि वह अपने निवेश से क्या रिटर्न पाना चाहता है और निवेश की अवधि क्या होगी। एक निवेशक को अपने लक्ष्य के अनुसार निवेश करने के लिए विभिन्न निवेश विकल्पों का मूल्यांकन करना चाहिए।
- निवेशक की जोखिम सहनशीलता निर्धारित करें – निवेशकों को अपने निवेश विकल्पों के साथ अपनी जोखिम सहनशीलता को ध्यान में रखना चाहिए। एक निवेशक को अपने निवेश से जुड़े जोखिमों को समझना चाहिए और फिर उचित निवेश का चुनाव करना चाहिए।
- निवेश के विभिन्न विकल्पों पर गौर करें – एक निवेशक को विभिन्न निवेश विकल्पों जैसे शेयर, म्यूचुअल फंड, बॉन्ड आदि को देखना चाहिए। एक निवेशक को वह निवेश विकल्प चुनना चाहिए जो उसके लक्ष्यों और जोखिम सहनशीलता के अनुकूल हो।
- पोर्टफोलियो योगदान को ध्यान में रखें – एक निवेशक को यह भी ध्यान रखना चाहिए कि वह एक निश्चित निवेश विकल्प में निवेश नहीं करता है, बल्कि विभिन्न निवेश विकल्पों में योगदान देता है। इससे निवेशक का जोखिम कम होता है और उसका निवेश रिटर्न भी बढ़ता है।
- अधिकतम निवेश राशि निर्धारित करें – एक निवेशक को अपने निवेश के लिए निर्धारित निवेश राशि से अधिक निवेश नहीं करना चाहिए।
- निवेश की निगरानी करें और बदलाव करें – एक पोर्टफोलियो बनाने के बाद, एक निवेशक को निवेश के प्रदर्शन की निगरानी करनी चाहिए। उसे लगातार निवेश के प्रदर्शन पर नज़र रखनी चाहिए और ज़रूरत पड़ने पर अपने पोर्टफोलियो में बदलाव करना चाहिए।
- दूसरों से सलाह लें – एक निवेशक को अपने निवेश के प्रति सतर्क रहना चाहिए और यदि आवश्यक हो तो दूसरों से सलाह लेनी चाहिए। किसी अनुभवी फाइनेंशियल प्लानर से बात करना एक अच्छा पोर्टफोलियो बनाने में फायदेमंद हो सकता है।
- निवेशक को ध्यान में रखना चाहिए निवेश का उद्देश्य – निवेशक को अपने निवेश के लक्ष्यों को ध्यान में रखना चाहिए। इससे उन्हें अपनी निवेश रणनीति के आधार पर निर्णय लेने में मदद मिलेगी।
- पोर्टफोलियो को नियमित रूप से संशोधित करें – पोर्टफोलियो को नियमित रूप से संशोधित करना एक अच्छा विकल्प है। एक निवेशक को निवेश के प्रदर्शन को ध्यान में रखते हुए अपने पोर्टफोलियो में निवेश के बेहतर विकल्प जोड़ने चाहिए।
- निवेश करने से पहले निवेशक को किन बातों का ध्यान रखना चाहिए – निवेश करने से पहले निवेशक को निम्नलिखित बातों का ध्यान रखना चाहिए।
- अपने निवेश लक्ष्यों को स्पष्ट करें।
- अपने निवेश के रुझान को समझें और उसी के अनुसार निवेश करें।
- निवेश करने से पहले निवेश विकल्पों के बारे में अच्छे से जान लें।
- निवेश के लिए निश्चित निवेश राशि का पालन करें।
- इन सभी बातों को ध्यान में रखते हुए निवेश या किसी अन्य सेक्टर के लिए पोर्टफोलियो बनाना चाहिए।
एक Portfolio निवेशकों द्वारा आयोजित निवेश का एक संग्रह है। एक निवेशक को अन्य निवेशकों से क्या अलग करता है कि एक अच्छा पोर्टफोलियो निवेशक के विभिन्न निवेशों के संयोजन का एक अच्छा मिश्रण है। एक अच्छा पोर्टफोलियो एक निवेशक को बेहतर निवेश विकल्प जानने में मदद करता है, संभावित रूप से कम जोखिम और उच्च रिटर्न के साथ निवेश करता है।
यदि आप अपना Portfolio बनाना चाहते हैं, तो निम्नलिखित में से कुछ tips आपकी मदद कर सकते हैं:
अपना निवेश उद्देश्य स्पष्ट करें – यदि आप निवेश करने के लिए तैयार हैं, तो सबसे पहले आपको अपने निवेश उद्देश्य को स्पष्ट करना चाहिए। आपको यह निर्धारित करना होगा कि आप निवेश करने के लिए कितना समय और पैसा दे सकते हैं और आपके निवेश के उद्देश्य क्या हैं।
निवेश विकल्पों का अध्ययन करें – निवेश करने से पहले आपको अपने निवेश विकल्पों के बारे में पूरी जानकारी प्राप्त कर लेनी चाहिए जिससे आपका निवेश अधिक विश्वसनीय हो जाता है।
पोर्टफोलियो कितने प्रकार के होते हैं?
एक Portfolio कई प्रकार का हो सकता है, लेकिन कुछ मुख्य प्रकार होते हैं। कुछ प्रमुख प्रकार के पोर्टफोलियो हैं:
- डायवर्सिफाइड पोर्टफोलियो: इसमें निवेशक अपने पैसे को अलग-अलग पोर्टफोलियो में बांटता है, जैसे शेयर बाजार, प्रॉपर्टी, म्यूचुअल फंड और अन्य निवेश विकल्प। इस प्रकार का पोर्टफोलियो निवेशकों के लिए सुरक्षित होता है क्योंकि यह विभिन्न निवेश स्रोतों का विकल्प प्रदान करता है।
- फिक्स्ड करेंसी फंड (ईटीएफ) पोर्टफोलियो: ईटीएफ पोर्टफोलियो में, निवेशक अपना पैसा ईटीएफ में निवेश करता है। एक ईटीएफ एक प्रबंधित निवेश कोष है जो अन्य म्यूचुअल फंड, शेयर बाजार, संपत्ति और अन्य विकल्पों में निवेश करता है।
- म्यूचुअल फंड पोर्टफोलियो: म्यूचुअल फंड पोर्टफोलियो में निवेशक अपना पैसा म्यूचुअल फंड में निवेश करता है। इस तरह के पोर्टफोलियो में निवेशकों के पास अलग-अलग तरह के म्यूचुअल फंड में निवेश करने का विकल्प होता है।
अन्य महत्वपूर्ण पोर्टफोलियो प्रकार:
- स्टॉक मार्केट पोर्टफोलियो: स्टॉक मार्केट पोर्टफोलियो उन निवेशकों के लिए है जो सीधे शेयर बाजार में निवेश करना चाहते हैं। इस प्रकार के पोर्टफोलियो में, निवेशक एक विशिष्ट स्टॉक या शेयरों के समूह में निवेश करते हैं।
- निजी अंतर्राष्ट्रीय पोर्टफोलियो: निजी अंतर्राष्ट्रीय पोर्टफोलियो में निवेशक विदेशी निवेश में निवेश करते हैं। इस तरह के पोर्टफोलियो में निवेशक का पैसा डूब जाता है
- रिटायरमेंट पोर्टफोलियो: इस प्रकार के पोर्टफोलियो में निवेशक सेवानिवृत्ति के बाद अपना भविष्य बनाने के लिए अपनी बचत का निवेश करते हैं।
- निधियों का पोर्टफोलियो: इस प्रकार के पोर्टफोलियो में, निवेशक निधियों के एक समूह में निवेश करते हैं, जो बदले में अन्य निधियों में निवेश करते हैं। इस प्रकार के पोर्टफोलियो में, निवेशक का पैसा अन्य फंडों के प्रबंधक द्वारा निवेश किया जाता है और उन्हें अधिकतम रिटर्न प्रदान करने का प्रयास करता है।
- मौसमी पोर्टफोलियो: इस प्रकार के पोर्टफोलियो में निवेशक समय-समय पर निवेश करते हैं और समय-समय पर इसे बदलते रहते हैं। निवेशकों को यह तय करना होगा कि समय के विभिन्न पेशेवरों और विपक्षों के अपने अनुभव के आधार पर कब और कहाँ निवेश करना है।
- विशिष्ट पोर्टफोलियो: इस प्रकार के पोर्टफोलियो में निवेशक अपनी विशिष्ट आवश्यकताओं के अनुसार निवेश करते हैं। इस प्रकार के पोर्टफोलियो में निवेशक अपनी आय के लिए निवेश करते हैं, जिससे उन्हें अपनी विशिष्ट जरूरतों को पूरा करने में मदद मिलती है।
- उम्र के हिसाब से पोर्टफोलियो: इस तरह के पोर्टफोलियो में निवेशक अपनी उम्र के हिसाब से निवेश करते हैं। जैसा कि युवा निवेशकों में अधिक जोखिम लेने की क्षमता होती है और वे सभी क्षेत्रों में निवेश करना पसंद करते हैं, वरिष्ठ निवेशकों को कम जोखिम लेने की आवश्यकता होती है और वे सुरक्षित निवेश पसंद करते हैं।
सामाजिक जोखिम से संबंधित पोर्टफोलियो: इस प्रकार के पोर्टफोलियो में निवेशक सामाजिक, नैतिक और पर्यावरणीय मुद्दों के आधार पर निवेश करते हैं। इन पोर्टफोलियो में निवेशक सचेत निवेश करते हैं और इस प्रकार के पोर्टफोलियो में वे उन कंपनियों में निवेश करते हैं जो उनके संदेशों और मूल्यों के साथ संरेखित होती हैं।
ये कुछ और प्रकार के पोर्टफोलियो थे जो विभिन्न निवेशकों की जरूरतों और समय के अनुसार बनाए जाते हैं।
पोर्टफोलियो प्रबंधन क्या है?
पोर्टफोलियो प्रबंधन एक निवेश प्रक्रिया है जिसमें निवेशक अपने निवेश का प्रबंधन करते हैं ताकि वे अपने निवेश से अधिकतम लाभ प्राप्त कर सकें। पोर्टफोलियो प्रबंधन में, निवेशक अपने निवेश पर नज़र रखते हैं और निवेश की स्थिति को नियंत्रित करते हैं।
वे निवेश के जोखिम और प्रतिफल को देखते हुए समान रूप से निवेश करते हैं। पोर्टफोलियो प्रबंधन का मुख्य उद्देश्य निवेशकों को अधिकतम लाभ प्रदान करना है। इसके लिए वे अपने पोर्टफोलियो को नियंत्रित कर उचित समय पर निवेश में बदलाव करते हैं और नए निवेश करते हैं।
इस प्रक्रिया में निवेशक अपने निवेश के लिए उपयुक्त निवेश विकल्पों का चयन करते हैं ताकि वे निवेश के माध्यम से अधिक से अधिक लाभ प्राप्त कर सकें।
Portfolio का प्रबंधन कैसे करें?
- पोर्टफोलियो प्रबंधन निवेशकों के लिए एक महत्वपूर्ण कार्य है, ताकि वे अपने निवेश से अधिक से अधिक लाभ प्राप्त कर सकें। पोर्टफोलियो प्रबंधन में निम्नलिखित शामिल हैं:
- निवेशकों को अपना लक्ष्य निर्धारित करना चाहिए। इसके बाद, वे इन लक्ष्यों के आधार पर अपने निवेश को रैंक कर सकते हैं।
- निवेशकों को अपने पोर्टफोलियो पर नियमित रूप से नजर रखनी चाहिए। यह उन्हें उनके निवेश की स्थिति के बारे में सूचित करता है और उन्हें यह बताता है कि वे अपने लक्ष्यों की ओर बढ़ रहे हैं या नहीं।
- निवेशकों को ऐसे निवेश का चयन करना चाहिए जिसे वे आसानी से समझ सकें। उन्हें अपने निवेश के जोखिम और प्रतिफल को समझना चाहिए।
- निवेशकों को नियमित रूप से अपने निवेश पोर्टफोलियो की जांच करनी चाहिए। वे उन निवेशों को हटा सकते हैं जो उनकी लक्ष्य सीमा के भीतर नहीं आते।
- निवेशकों को अपने निवेश में संतुलन बनाने की जरूरत है। इसका मतलब है कि वे कई निवेशों में निवेश करते हैं, जो उन्हें लगता है कि उनके लक्ष्यों के लिए सही हैं।
- निवेशकों को निवेश के नियमों को समझना चाहिए। उन्हें अपने निवेश के लिए एक निवेश नीति बनानी चाहिए, जिसमें वे समय-समय पर अपने निवेश की जांच करेंगे।
- निवेशकों को अपने निवेश पर प्रतिबंधों और सीमाओं का पालन करना चाहिए। वे नियमित रूप से इन निवेशों के जोखिम और वापसी की स्थिति की निगरानी करेंगे।
- निवेशकों को अपने लक्ष्यों के अनुरूप निवेश चुनने के लिए नियमित रूप से शोध करना चाहिए। इससे वे अपनी निवेश स्थिति की जांच कर सकते हैं और अपनी निवेश नीति को अपडेट कर सकते हैं।
ये सभी टिप्स आपके निवेशकों को आपके पोर्टफोलियो के लिए सही निवेश करने में मदद करेंगे।
छात्रों के लिए एक पोर्टफोलियो क्या है?
छात्रों के लिए एक पोर्टफोलियो उनके काम और उपलब्धियों का एक संग्रह है जो उनके कौशल, ज्ञान और अनुभव को दर्शाता है। इसमें शैक्षणिक कार्य, जैसे निबंध, असाइनमेंट और प्रोजेक्ट के साथ-साथ पाठ्येतर गतिविधियाँ, जैसे स्वयंसेवी कार्य, इंटर्नशिप और पुरस्कार शामिल हो सकते हैं।
एक छात्र पोर्टफोलियो का उद्देश्य एक छात्र के कौशल और उपलब्धियों का समग्र दृष्टिकोण प्रदान करना है, जो कॉलेज या नौकरियों के लिए आवेदन करते समय उपयोगी हो सकता है।
यह स्व-रिपोर्टिंग और मूल्यांकन के लिए एक मूल्यवान उपकरण भी हो सकता है, जिससे छात्रों को उनकी ताकत और कमजोरियों की पहचान करने और भविष्य के लक्ष्य निर्धारित करने में मदद मिलती है।
एक छात्र पोर्टफोलियो बनाने में आमतौर पर सबसे उपयुक्त और प्रभावी कार्यों का चयन और आयोजन करना, साथ ही साथ अधिकारियों और स्थानों को प्रदर्शित करना शामिल होता है। पोर्टफोलियो भौतिक या डिजिटल हो सकते हैं, और विभिन्न स्वरूपों में प्रस्तुत किए जा सकते हैं, जैसे वेबसाइट, बाइंडर या स्लाइड शो।
Portfolio बनाने के कुछ खास टिप्स
- छात्रों के लिए एक पोर्टफोलियो बनाने के लिए कुछ विशिष्ट सुझाव हैं जो प्रक्रिया को आसान बनाने में मदद कर सकते हैं। यहाँ कुछ महत्वपूर्ण सुझाव दिए गए हैं:
- विषय के अनुसार अपना काम चुनें। अपने पोर्टफोलियो में उन विषयों से संबंधित उपलब्धियों और कार्यों को शामिल करें जिनमें आपकी सबसे अधिक रुचि है।
- विशेषज्ञता के आधार पर सामग्री सबमिट करें। आपके पास जो भी कौशल हैं, उन्हें अपने पोर्टफोलियो में शामिल करें।
- अपने काम को व्यवस्थित तरीके से पेश करें। उन उपलब्धियों को प्रस्तुत करें जिन्हें आप अपने पोर्टफोलियो में एक संगठित तरीके से शामिल करना चाहते हैं जो नियोक्ता या नियोक्ता के लिए समझना आसान हो।
- समय-समय पर अपने पोर्टफोलियो को अपडेट करते रहें। चूंकि आपके पास नई उपलब्धियां हैं, उन्हें अपने पोर्टफोलियो में जोड़ें। यह आपके पोर्टफोलियो को अपडेट रखेगा और आपको नौकरी दिलाने में मदद करेगा।
- छात्र पोर्टफोलियो का उपयोग विभिन्न उद्देश्यों के लिए किया जा सकता है। छात्रों के लिए पोर्टफोलियो का उपयोग करते समय कुछ लक्ष्यों को ध्यान में रखना चाहिए:
- नौकरियों के लिए: छात्रों को नौकरी खोजने में मदद करने के लिए, उन्हें अपने पोर्टफोलियो में उन उपलब्धियों को शामिल करना चाहिए जो उनके व्यक्तिगत कौशल को प्रदर्शित करती हैं। साथ ही वे उन उपलब्धियों को भी शामिल कर सकते हैं जो उनके जीवन को खास या अलग बनाती हैं।
- प्रवेश के लिए: छात्रों को प्रवेश आवेदन प्रक्रिया में मदद करने के लिए, उन्हें अपने पोर्टफोलियो में उन उपलब्धियों को शामिल करना चाहिए जो उनके अध्ययन के लिए प्रासंगिक हों। इसके अलावा वे अपने अन्य कौशल जैसे सामाजिक कार्य, खेल, कला आदि को भी इसमें शामिल कर सकते हैं।
पोर्टफोलियो में निवेश कैसे करें?
एक पोर्टफोलियो में निवेश करने के लिए, आपको सबसे पहले अपने वित्तीय लक्ष्य और जोखिम सहनशीलता को समझना होगा। अगला, आपको यह तय करने की आवश्यकता है कि आपके निवेश पोर्टफोलियो का कितना प्रतिशत स्टॉक, बॉन्ड और नकदी को आवंटित करना है।
विभिन्न प्रकार के उपकरण हैं जिनमें निवेश किया जा सकता है, स्टॉक, बांड और नकद। स्टॉक उच्च जोखिम और उच्च रिटर्न वाले निवेश हैं, जबकि बांड कम जोखिम और कम रिटर्न वाले निवेश हैं। नकद निवेश सबसे कम जोखिम भरा है।
आप अपना स्वयं का निवेश पोर्टफोलियो बना सकते हैं, या आप किसी वित्तीय सलाहकार से सहायता प्राप्त कर सकते हैं। वित्तीय सलाहकार आपके वित्तीय लक्ष्यों और जोखिम सहनशीलता के आधार पर आपको एक पोर्टफोलियो की सलाह देते हैं।
Portfolio के लिए किस प्रकार का निवेश चुनते हैं?
अपने पोर्टफोलियो के लिए निवेश चुनने के लिए, आपको अपने वित्तीय लक्ष्यों और जोखिम सहनशीलता के आधार पर विभिन्न परिसंपत्ति वर्गों पर विचार करना होगा।
इस प्रकार, इक्विटी (स्टॉक) निवेश का उपयोग दीर्घकालिक पूंजी प्रशंसा, आय सृजन और पूंजी संरक्षण के लिए बांड, और आपातकालीन निधियों और अल्पकालिक बचत के लिए नकदी के लिए किया जाता है।
Portfolio में क्या जोखिम शामिल है?
पोर्टफोलियो का जोखिम स्तर परिसंपत्ति आवंटन और विविधीकरण के आधार पर तैयार किया गया है। अधिक विविध पोर्टफोलियो में जोखिम कम होता है और अधिक केंद्रित पोर्टफोलियो में जोखिम अधिक होता है।
हालांकि, बाजार में उतार-चढ़ाव, ब्याज दर में उतार-चढ़ाव, भू-राजनीतिक विकास और अन्य कारकों के कारण, पोर्टफोलियो की जोखिम लेने की क्षमता बदल सकती है।
Portfolio निवेश कब बदलना चाहिए?
पोर्टफोलियो निवेश स्विच करना है या नहीं यह आपके वित्तीय लक्ष्यों और जोखिम सहनशीलता पर निर्भर करता है। यदि आपकी जोखिम सहनशीलता बदलती है या आपके वित्तीय लक्ष्य बदलते हैं,
तो आपको अपने पोर्टफोलियो को समायोजित करना चाहिए। आपको नियमित रूप से अपने निवेश पर नजर रखनी चाहिए और उन्हें अपने वित्तीय लक्ष्यों के अनुसार बदलना चाहिए।
सेवा पोर्टफोलियो के तीन तत्व क्या हैं?
सेवा पोर्टफोलियो के तीन मुख्य घटक इस प्रकार हैं:
- संरचना पोर्टफोलियो – यह पोर्टफोलियो आपके संगठन द्वारा प्रदान की जाने वाली सभी सेवाओं की एक व्यापक सूची है। इसमें आपके संगठन द्वारा प्रदान की जाने वाली सभी सेवाओं, उनके विवरण और उन्हें विकसित करने के लिए उपलब्ध संसाधनों का अध्ययन करना शामिल है।
- सेवा वर्गीकरण पोर्टफोलियो – यह पोर्टफोलियो आपके संगठन द्वारा प्रदान की जाने वाली सभी सेवाओं को विभिन्न श्रेणियों में वर्गीकृत करता है। यह संगठन की सभी सेवाओं को उनके उद्देश्यों, विवरण, उन्हें प्रदान करने के लिए उपलब्ध संसाधनों आदि के आधार पर वर्गीकृत करता है।
- सेवा जीवनचक्र पोर्टफोलियो – यह पोर्टफोलियो आपके संगठन द्वारा प्रदान की जाने वाली सभी सेवाओं का जीवन चक्र अध्ययन है। इसमें किसी संगठन के सेवा पोर्टफोलियो के तीन तत्व शामिल होते हैं, सेवा आरंभ से लेकर सेवा विकास और सेवा समाप्ति की आवश्यकताएं।